सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। किसी भी बीमारी या समस्या के समाधान हेतु प्रथम चरण है, जागरूकता। यदि व्यक्ति जागरूक रहेगा तो किसी भी प्रकार की समस्या विकराल रूप धारण नहीं कर सकती। आज सम्पूर्ण विश्व में एड्स एक ऐसी ही भयावह बीमारी के रूप में पहचानी जाती है, जिसमें जागरूकता की बहुत आवश्यक है। हम सब जानते है कि एड्स एक संक्रमक रोग है। जो मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित व्यक्ति के रक्त, लार द्वारा एक व्यक्ति के शरीर से दूसरे व्यक्ति में स्थाननन्तरित होता है। इससे मानवीय शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है। यह कहना गलत नही होगा कि व्यक्ति एड्स के बजाय अन्य बीमारी से ग्रसित होने पर इम्युनिटी की कमी से मृत्यु की कगार तक पहुचता है।
उक्त विचार महाविद्यालय के एड्स जागरूकता दिवस पर आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अमित शाहजी ने व्यक्त किए।
विशेष अतिथि आयुष चिकित्सक डॉ. बाबुलाल राठौर ने विद्यार्थियों को एड्स के संबंध में मेडिकल टर्म्स की जानकारी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. जीसी मेहता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के लिए पलायन करने वाले ग्रामीणों को विशेषरूप से एड्स की जानकारी इसके संक्रमण, लक्षण एवं बचाव के प्रति जागरूक करना प्रत्येक विद्यार्थी की जिम्मेदारी है।
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. पीटर डोडियार ने बताया कि शासकीय एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रयासों के फलस्वरूप जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र में अब एड्स से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में कमी आई हैं। एड्स के संबंध में प्रो. एस.एस. मुवेल व डॉ. मीना मावी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इसी के साथ ही उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ‘‘ योजना क्रमांक 3446 खेलकूद प्रोत्साहन ’’ के अंतर्गत विद्यार्थियों के फिटनेस एवं बेहतरीन स्वास्थ्य हेतु मल्टीजिम के स्टेंशन के विभिन्न फंक्शन जैसे चेंस्ट प्रेस, बायसेप्स कर्ल, लेट पुल डाउन, बटर फ्लाय, हाय पुलिंग, लॉ पुलिगं, लेग प्रेस, पेरेलल बार ट्विस्टर इत्यादि उपकरणों का फीता काटकर एवं श्रीफल द्वारा जनभागीदारी अध्यक्ष अमित शाहजी ने उद्घाटन करते हुए हर्ष व्यक्त किया।

क्रीड़ा प्रभारी प्रो. विजय मावी ने इस अवसर पर कहा कि मल्टीजिम के उपकरणों के माध्यम से विद्यार्थियों को फिटनेस व वर्क आऊट में काफी सहुलियत होगी, जो इनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य में उपयोगी सिद्ध होगा।
अतिथि क्रीड़ा अधिकारी डॉ. राजेन्द्र सिह चौहान ने उपरोक्त उपकरणों के संचालन व उपयोग की जानकारी देते हुए छः विद्यार्थियों को एक साथ इन उपकरणों का डेमो दिया।
कार्यक्रम का संचालन एन.एस.एस. प्रभारी डॉ. छगन वसुनिया ने किया तथा आभार प्रो. एस.एस. मुवेल ने माना। अंत में राष्ट्रगान के पश्चात् कार्यशाला का समापन किया गया। इस अवसर पर प्रो.हिमान्शु मालवीया, प्रो.छत्तरसिंह चौहान, प्रो.रीतुसिह राठौर, प्रो.कंचनाबारस्कर, डॅा.दीपिका जोशी, प्रो.के.डुडवे, डॉ.सुनिताराज सोलंकी, प्रो.स्वाती नावड़े, डॉ.गिरधारिलालभालसे, डॉ.राकेशकुमारचौरे, श्री विजय सिंह मावडा, श्री के.एस.चौहान, श्री दिनेश मोरिया, श्री दलसिंह मोरी, श्री अजय मोरी, श्री रमेश डामोर, श्री विक्रम डामोर सहित बड़ी संख्या मे विद्यार्थी उपस्थित थे।


