सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। इस वर्ष की हज यात्रा 29 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। थांदला से हज यात्रा के लिए 5 अकीदतमंद (श्रद्धालुओं) का चयन हुआ है। इन श्रद्धालुओं का मुस्लिम समाज की ओर से स्थानीय जामा मस्जिद में इस्तकबाल (स्वागत) किया गया। मौलाना इस्माइल कादरी के नेतृत्व में हज पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए दुआ भी की गई।
इस्तकबाल समारोह को संबोधित करते हुए मौलाना इस्माइल कादरी ने बताया कि इस्लाम धर्म के पांच आधार हैं। जिनमें कलमा, नमाज़, जकात, रोज़ा और हज शामिल है। हज अल्लाह से जुड़ने, धर्म के रास्ते पर चलने का महत्वपूर्ण जरिया है। मान्यता है कि हज पर जाने वाले श्रद्धालुओं के सारे गुनाह माफ हो जाते है। और एक नए जीवन की शुरुआत कर श्रद्धालु धर्म के रास्ते पर अग्रसर होते हैं।
इस्तकबाल समारोह के बाद मुस्लिम समाज द्वारा पहलागांव में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा भी की गई। वहीं मृतकों के लिए आत्म शांति के लिए दुआएं भी की गई।
5 श्रद्धालुओं का हुआ चयन
उल्लेखनीय है कि थांदला से हज यात्रा के लिए पांच श्रद्धालुओं का चयन हुआ है। इनमें पत्रकार कादर शेख, पूर्व पार्षद अफसाना बी, अब्दुल जाकिर, शमशाद बी, और वकीलन बी शामिल है। 7 मई को सुबह 8:00 बजे श्रद्धालु कादर शेख और अफसाना बी का जामा मस्जिद से इस्तकबाल करते हुए जुलूस निकाला जाएगा।
झाबुआ हिट से चर्चा करते हुए पत्रकार का कादर शेख ने बताया कि हज यात्रा के लिए उनका सपत्निक (अफसाना बी) पहली बार चयन हुआ है। हज यात्रा पर जाना बड़े सौभाग्य की बात है। वहीं उन्होंने बताया कि धार्मिक यात्रा के दौरान वह थांदला शहर और हिंदुस्तान के लिए अमन, चैन और भाईचारे की दुआ भी करेंगे।