सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
अंचल में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। पर्व पर नगर के सभी शिवालयों को आकर्षक रूप से सजाया गया। वही भक्तों द्वारा भगवान की पूजन, अभिषेक, आरती आदि धार्मिक आयोजन अल सुबह से ही शुरू हो गए थे। नगर के विभिन्न शिवालयों में सुबह से देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही। वहीं नगर की मात्र शक्तियों द्वारा शिव विवाह का भी आयोजन किया गया। दो दिवसीय शिव विवाह का आयोजन शिवजी और पार्वती के विवाह के साथ संपन्न हुआ।
भगवान भोलेनाथ के विवाह में देवों के साथ निकली भूतों की टोली


मातृशक्ति द्वारा महाशिवरात्रि पर्व पर दो दिवसीय शिव विवाह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम स्थानीय हनुमान अष्ट मंदिर बावड़ी पर संपन्न हुआ। इस अवसर पर हल्दी, मेहंदी, चाक, संगीत संध्या, माता पार्वती शिवजी का वनोला (प्रोशेशन) और विवाह के संपूर्ण कार्यक्रम आयोजित हुए।
पर्व के दिन दोपहर बावड़ी मंदिर से बैंड, डीजे और ढोल, नगाड़ों के साथ माता पार्वती ओर शिवजी के प्रतीक स्वरूप वनोला निकाला गया। वनोले में देवों के साथ भूतों की टोली भी आकर्षण का केंद्र रही। मां पार्वती और शिवजी के रूप में बच्चों को रथ पर बैठाया गया। नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ वनोला वापस बावड़ी मंदिर पहुंचा। जहां मां पार्वती और शिवजी का विवाह समारोह संपन्न किया गया।

इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी पणदा, सुनील पणदा, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर, पार्षद और भाजपा मंडल अध्यक्ष समर्थ गोलू उपाध्याय, राजू धानक, किशोर आचार्य, कमलेश नागर, महेश गढ़वाल, विक्रमसिंह सिंगौड़, नीरज लाला सोनी, कमलेश राठौड़ जगदीश प्रजापत, अंतरसिंह रावत, जयंतीलाल पांचाल सहित बड़ी संख्या में है विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

इसके अलावा नगर के समीप गांव शिवगढ़ में अति प्राचीन शिव मंदिर पर मेले का आयोजन किया गया। मेले में बड़ी संख्या में नगर सहित ग्रामीण श्रद्धालु पहुंचे। वही नगर के त्रंबकेश्वर महादेव मंदिर, अंबिकेश्वर महादेव मंदिर, मठवाला कुआ स्थित शिव मंदिर, पद्मावती नदी के तट पर स्थित अदरशीला महादेव मंदिर, सांवरिया सेठ मंदिर, तेजाजी मंदिर, इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित शिव मंदिर, फ़करी कॉलोनी स्थित शिव मंदिर, गणेश मंदिर सहित नगर के विभिन्न मंदिरों में पूरे दिन धार्मिक आयोजन हुए।



