सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र और इबादत का माह ‘रमजान’ इन दिनों चल रहा है। मुस्लिम संप्रदाय के बुजुर्ग, युवा, महिलाएं और बच्चे हर नागरिक अपने अपने हिसाब से इबादत कर अल्लाहताला के प्रति अपना शुक्राना अदा कर रहे है। रमजान माह के दसवें दिन नगर के 7 वर्षीय बेटे ने रोजा रख कर अपनी इबादत जाहिर की। इधर सहरी और इफ्तारी के समय मुस्लिम बस्तियों का नजारा किसी त्योहार से कम नहीं लग रहा है। नागरिक पूरे समय इबादत के साथ पांच समय की नमाज अदा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि रमजान माह 23 मार्च से शुरू हो गया है। 30 दिन के रमज़ान में पहले 10 दिन रहमत (दया), दूसरे 10 दिन मगफिरत (गुनाहों की माफी)और अंतिम 10 दिन दोज़ख (नर्क) से निजाद पाने के लिए होते हैं। आज पहले 10 दिन रहमत के समाप्त हो गए हैं। और आने वाले 10 दिन मगफिरत के शुरू होंगे।
रविवार को नगर के 7 वर्षीय बालक अल्फेज लाला खान ने अपने जीवन का पहला रोजा रखा। तेज गर्मी के बीच अल्फेज खान ने पूरे समय इबादत और नमाज में बिताया। वही इस्लामी किताबें भी पड़ी। 7 वर्षीय अल्फेज के रोजा रखने से समाज के पदाधिकारियों परिजनों में हर्ष व्याप्त है।


