बामनिया@Jhabua Hit
नवरात्रि के अंतिम दिन नवमी पर श्री सांचल सोनाणा तीर्थ धाम पर महिला शक्ति ने गरबा नृत्य के माध्यम से देवी भक्ति का रंग जमाया। पारिवारिक और धार्मिक माहौल से ओतप्रोत गरबा महोत्सव को देखने के लिए सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। बाहर से भी की दर्शक गरबा देखने बामनिया पहुंचे।गायक गोपाल शर्मा एंड पार्टी, रतलाम व गायिका हीना डांगी मंदसौर द्वारा प्रस्तुतकेसरियो रंग तने लाग्योल्या गरबा, पंखिड़ा ओ पंखिड़ा, काल के पंजे से माता बचाओ…, ‘काली-काली महाकाली…’, ‘पंखिड़ा तू उड़ी ने जा जे पावगढ़ रे…’ जैसे सुमधुर गरबा गीतों से मंगलवार को समुचा गरबा पंडाल गूंज उठा। नवरात्र के अंतिम दिन गरबे का रंग परवान चढ़ गया। शक्ति स्वरूप मां नवदुर्गा की आराधना के प्रमुख नवरात्र का उल्लास चारों तरफ छाया रहा।
अंतिम दिन मां सांचल के के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ी। झमाझम रोशनी से नहाये गरबा पंडाल में आद्यशक्ति मां की आराधना में हर कोई डूबा नजर आया। तीर्थ धाम पर अलसुबह 3 बजे तक गरबो को धूम रही। ज्वारे विसर्जन के नवरात्रि पर्व का रंगारंग समापन हुआ। नवरात्रि के अंतिम तीन दिन फ्री लक्की ड्रा का आयोजन भी हुआ। जिसमें लोगो ने उत्साह से भाग लिया।
ट्रस्ट द्वारा सभी कलाकारो व लाभार्थी परिवार का साफा, शाल व श्रीफल से बहुमान भी किया गया। वहीं तीर्थ के गादीपति विवेक लुणावत का भी ट्रस्ट द्वारा बहुमान किया गया।अंतिम दिन मां अंबिका व मंदिर चौराहा और श्री राम मंदिर पर गरबा पंडालों में खासी भीड़ रही। मां अंबिका मंदिर पर बालक-बालिकाओं और महिलाओं सहित युवाओं ने गरबा गीतों पर मनमोहक पारंपरिक परिधान में गरबा रास किया। जो आकर्षण का केंद्र रहा। इसके साथ फ्री स्टाइल गरबे की धूम रही।


