सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
झाबुआ। फर्जी फर्म बनाकर, शासकीय राशि का दुरुपयोग करने के मामले में सहायक लेखा अधिकारी, सहायक ग्रेड कर्मचारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर को गिरफ्तार किया गया है। मामले में उक्त तीन आरोपियों ने 1 करोड़ 92 लाख से अधिक की राशि का गबन किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 अप्रैल 2025 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत रामा दिनेश वर्मा ने कालीदेवी थाने में एक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया था। जांच में यह सामने आया था कि तत्कालीन सहायक लेखा अधिकारी मोतीलाल अड़ (सेवानिवृत्त), सहायक ग्रेड 3 विक्रम पारगी, और कंप्यूटर ऑपरेटर पवन मिश्रा द्वारा जनपद पंचायत राम के विभिन्न शासकीय योजनाओं की राशि का दुरुपयोग करते हुए फर्जी फर्म बनाकर कुल 1 करोड़ 92 लाख 41 हजार 843 रुपए की राशि को दुरूपयोग करते हुए अपने तथा परिजनों को खातों में हस्तांतरित किया गया।
इस आधार पर कालीदेवी थाने में उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।
विवेचना के दौरान आरोपी मोतीलाल अड़ निवासी थांदला और विक्रम पारगी निवासी मछलिया को 23 मई 2025 को गिरफ्तार कर झाबुआ न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। वहीं प्रकरण के तीसरे आरोपी पवन मिश्रा को 31 मई को गिरफ्तार कर झाबुआ न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में झाबुआ जेल भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना जारी है। आपको बता दे की 1 करोड़ 95 लाख रुपए का यह घोटाला जिले में हो रहे विकास कार्यों की भी पोल खोल रहा है। वहीं इस घोटाले में उक्त तीन आरोपियों के अलावा अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के शामिल होने से भी इंकार भी नहीं किया जा सकता है।
आपको बता दे कि फिलहाल मामले की आगे भी जांच की जा रही है।


