सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। विश्व में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जो कानून और नियमों से संचालित होता है। इसकी शक्ति संविधान में निहित है। भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे। जिन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में 26 नवंबर 1949 में संविधान का निर्माण किया था। इसलिए प्रतिवर्ष 26नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। व संविधान दिवस की शपथ ली जाती है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि इन सदस्यों में थांदला से कुसुमकांत जैन भी एक सदस्य के रूप में सहयोगी रहे।
उक्त विचार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की थांदला इकाई के तत्वाधान में महाविद्यालय में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ पीटर डोडियार ने व्यक्त किए। उन्होंने संविधान निर्माण की प्रक्रिया से विद्यार्थियों को अवगत करवाया तथा संविधान के अंतर्गत नागरिकों के कर्तव्य एवं अधिकारों पर चर्चा की।तत्पश्चात संविधान दिवस की शपथ ली गई।
इस अवसर पर प्रो. एसएस मुवेल, डॉ मीना मावी, मनोहर सोलंकी, प्रो. विजय मावी सहित समस्त स्टाफ एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने सहभागिता की। राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. छगन वसुनिया ने आभार व्यक्त किया।


