सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता समाप्त करने और मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को झाबुआ से गिरफ्तार करने के बाद कांग्रेस में विरोध के स्वर तेज होते जा रहा है। थांदला विधानसभा क्षेत्र में भी विरोध के स्वर दिखाई दिए। रविवार को यूथ कांग्रेस थांदला इकाई द्वारा विधायक वीरसिंह भूरिया के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। इस दौरान यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए केंद्र और राज्य सरकार को जमकर कोसा।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता समाप्त करने के बाद भोपाल में यूथ कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए। विरोध स्वरूप यूथ कांग्रेस ने ट्रेन रोकी थी। इस मुहिम का नेतृत्व यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया कर रहे थे। इस आरोप के चलते भोपाल जीआरपी थाने के टीआई नितिन पटेल दल-बल के साथ रविवार को यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को गिरफ्तार करने उनके निवास झाबुआ पहुंचे।
टीआई नितिन पटेल ने बताया कि पूर्व दक्षिण एक्सप्रेस ट्रेन को भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 1 पर बिना घोषणा के विक्रांत भूरिया एवं अन्य कांग्रेसी द्वारा अघोषित रूप से रेल रोकने पर और आमजन की यात्रा में व्यवधान उत्पन्न करने पर जीआरपी थाना हबीबगंज में आईपीसी की धारा 143 और रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 144, 147 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उसके पालन में न्यायालय के आदेश अनुसार विक्रांत भूरिया की गिरफ्तारी की गई है।
*प्रधानमंत्री का पुतला फूंका*
इधर यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। रविवार को थांदला के दीपमालिका चौराहे पर कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने विधायक वीरसिंह भूरिया के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंक दिया।
पुतला दहन करने की सूचना स्थानीय पुलिस प्रशासन को पूर्व में ही मिल चुकी थी। पुलिस प्रशासन भी कांग्रेस को पुतला दहन करने से रोकने के लिए पूरी तरह से सतर्कता था। नगर के विभिन्न चौराहों, गलियों पर पुलिस अधिकारी और कर्मचारी स्वयं तैनात रहे। बावजूद उसके दीपमालिका चौराहे पर कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंक दिया। इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
*विधायक वीरसिंह भूरिया ने लगाया आरोप*
केंद्र और राज्य की सरकार पर आरोप लगाते हुए विधायक वीरसिंह भूरिया ने कहा कि एक और सरकार पेसा एक्ट लागू कर आदिवासी की भलाई की बात करती है। वहीं दूसरी ओर उक्त आदिवासी की आवाज दबाने की बात कर रही है। जिससे स्पष्ट होता है कि सरकार आदिवासी के अधिकारों को लेकर कितना सजग हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि यदि विक्रांत भूरिया को रिहा नहीं किया गया। तो पूरे प्रदेश में कांग्रेस जेल भरो आंदोलन करेगी। उन्होंने सरकार को तानाशाह सरकार करार देते हुए कहा कि इस सरकार के राज में आदिवासी के हक को है मारा जा रहा है।


