सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। राजस्व संबंधी कार्य में नीव का पत्थर माने जाने वाले पटवारियों द्वारा थांदला में शनिवार को एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में पटवारी संघ द्वारा कार्यों में आने वाली विभिन्न समस्याओं, प्रशासन की अनदेखी, बढ़ता दबाव, गत दिनों हुए निलंबन और बहाली के बीच उच्चाधिकारियों द्वारा की गई दुर्भावना आदि विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि उक्त समस्याओं के लिए शीघ्र ही उच्चाधिकारियों को एक ज्ञापन दिया जाएगा यदि उच्चाधिकारी ज्ञापन के बाद मांगे नहीं मानते हैं तो आगामी दिनों में प्रभावी रणनीति बनाई जाएगी।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त पटवारी और प्रदेश अध्यक्ष हेमराज गवली ने कहा कि पटवारी संवर्ग शासन की सभी योजनाओं को धरातल पर लाने में पूर्ण सहयोग करता है। कानून व्यवस्था के साथ विभिन्न कार्य समय पर किए जाते हैं। फिर भी शासन नियमों में बांधकर पटवारी संघ की अनदेखी कर रहा है। जो अब नहीं चलेगा।
सम्मेलन में स्वागत भाषण मल सिंह डामोर द्वारा दिया गया। सभी तहसीलों के अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार, गोपाल जोशी, छतरसिंह मेरावत, आनन्द मेडा, नानूराम मेरावत आदि ने भी अपनी तहसीलों की मांगों ओर समस्याओं से मंच से सभी को अवगत करवाया।
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को उपस्थित सभी पटवारियों द्वारा बताए सुझाव और समस्याओं से ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाने का निर्णय लिया गया।
पूर्व जिला उपाध्यक्ष पटवारी महेश व्यास, असगर अली बोहरा, महेश गढ़वाल ने कहा शासन की नियमावली के नियम कर्मचारी को कार्य करने के लिए है। जिन्हें बेवजह कर्मचारियों पर दबाव बनाने में उपयोग किया जा रहा है। पटवारियों से पटवारी कार्य के अलावा अन्य कार्य भी करवाए जा रहे हैं। इन कार्यों का समय भी निर्धारित नहीं है। ऐसी स्थिति में पटवारियों के निजी जीवन पर प्रभाव आ रहा है। कार्यक्रम में हर्षिता मेडा और ज्योति डुडवे द्वारा स्वागत गीत, वालसिंग किराड़े ने “एक दिन बिक जाएगा” गीत पर प्रस्तुति दी। जिला संघर्ष समिति के मलजी डामोर, रामसिंह डामोर, रूपसिंह भूरिया, अशरफ कादरी, ठाकुर सिंह भूरिया, गीता मंडोड़ आदि ने वर्तमान समस्याओं और व्यावहारिक कठिनाइयों के बारे में विस्तार से बताया।

बहुचर्चित पटवारी निलंबन मुद्दे पर हुई बात
जिला संघर्ष समिति ने बहुचर्चित निलंबन पटवारी मोहम्मद अशरफ कादरी एवं पटवारी रूपसिंह भूरिया के निलंबन एवं बहाली तक तत्कालीन एसडीम थांदला द्वारा दुर्भावना पूर्वक अपनाई गई प्रक्रिया के लिए निंदा प्रस्ताव रखा। अन्य तहसीलों में निलंबन किए गए पटवारी के संबंध में घोर निंदा की गई।
पटवारी संघ जिलाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा ने कहा सब निश्चिंत होकर समयसीमा में शासकीय कार्य बिना किसी दबाव के करे। कोई भी अनुचित कार्यवाही यदि किसी पटवारी पर की जाती है। तो पूरा जिला संघ उनके साथ सदैव डटकर खड़ा रहेगा। अन्याय बर्दाश्त नही किया जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन यश रामावत ने और आभार श्याम सिंह मेडा ने किया। तहसील मेघनगर ओर थांदला पटवारी संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिले के शत -प्रतिशत पटवारी उपस्थित रहे। गीता मंदौड़ और साथियों ने पारम्परिक नृत्य की प्रस्तुती दी। अंत मे जिले से 11 स्थानांतरित पटवारियों को शाल श्रीफल के साथ विदाई दी गई।


