सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र थांदला का अति प्राचीन तेजाजी मंदिर अपने भव्यतम कार्यक्रमों के लिए नगर में ही नहीं पूरे जिले और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसिद्ध हो चला है। तेजाजी मंदिर और उससे जुड़ी धार्मिक और संस्कृति प्रसिद्धि का अंदाजा हम इसी बात से लगा सकते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब जगह-जगह तेजाजी महाराज के मंदिर की स्थापना हो चुकी है। वहीं कई ग्रामीण क्षेत्रों में तेजाजी के नाटक का मंचन भी किया जा रहा है।
आपको बता दे कि 1 सितंबर को थांदला में तेजाजी के मंदिर पर तेजाउत्सव मनाया जाएगा। इस उत्सव में 1 सितंबर नवमी की रात को जागरण और भजन कीर्तन होगा। 2 सितंबर दशमी को तेजाजी महाराज की भव्य शोभायात्रा और महाआरती का आयोजन। दोपहर 1 बजे बाद जहरीले जानवरों के काटने पर बांधी गई तांतियां तोड़ने का कार्यक्रम किया जाएगा। साथ ही 3 सितंबर को भी तांतियां तोड़ने का कार्यक्रम चलेगा। वही इसी दिन की शाम को तेजाउत्सव का समापन होगा।
उल्लेखनीय है कि जहरीले जानवरों के काटने पर बांधी गई तांतियां को तुड़वाने के लिए बड़ी संख्या में हजारों ग्रामीण आस्था के साथ तेजाजी महाराज के दरबार में आते हैं। और अपनी तांतियां तुड़वाते हैं।


