सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। नगरीय समस्याओं के लिए लुप्त प्रायः हो चुके विपक्ष दल कांग्रेस ने मंगलवार को अपनी भूमिका अदा की। विधायक प्रतिनिधि और शहर कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा एक ज्ञापन नगर की मुख्य तीन समस्याओं को लेकर सीएमओ को दिया। और समस्या शीघ्र हल करने की मांग की।
ज्ञापन में मुख्य रूप से नगर में फैल रही आवारा मवेशियों की समस्या, निचली बस्तियों में जल जमाव की स्थिति, पद्मावती नदी रपट के जर्जर हो रहे पुलिया को दुरुस्त करवाने की मांग की गई है।
कांग्रेस समर्थित पार्षदों का मौन रहना बढ़ा रहा है, आम नागरिकों में नाराजगी
आपको बता दे की थांदला नगर परिषद में कुल 15 वार्ड सम्मिलित होते हैं। इन वार्डो में से 3 वार्ड पर कांग्रेस के पार्षद चुने गए। वहीं एक वार्ड निर्दलीय है। निर्दलीय पार्षद द्वारा भी कांग्रेस को समर्थन दिया गया है। इस प्रकार अप्रत्यक्ष रूप से नगर परिषद में कांग्रेस के खेमे में चार पार्षद माने जाते हैं।लेकिन नागरिकों का आरोप है कि विपक्ष में होने के बावजूद पार्षद नगर की कई गंभीर समस्याओं पर मौन बने रहते हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस समर्थित पार्षद नगर परिषद में अपनी उपस्थिति भी कम ही दर्ज करवाते हैं।
भूल गए चुनावी वादें
आपको बता दे की वर्तमान परिषद द्वारा अपने चुनावी वादों में आवारा मवेशियों की समस्या और निचली बस्तियों में जल जमाव की स्थिति को दूर करने की बात कही थी। लेकिन परिषद का लंबा समय गुजर जाने के बाद भी इस और कोई प्रभावी कार्य नहीं हुआ है।

इसी बात से नाराज विधायक प्रतिनिधि वीरेंद्र बारिया और शहर कांग्रेस अध्यक्ष आनंद चौहान, आयुष भट्ट, जय जैन द्वारा एक ज्ञापन मुख्य नगर पालिका अधिकारी कमलेश जायसवाल को सौंपा गया है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि उक्त तीनों समस्या पर यदि निराकरण नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।


