सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। थांदला शहर अपराधियों का आश्रय स्थल बनता जा रहा है। अन्य क्षेत्रों के कुख्यात और इनामी अपराधी कथित रूप से थांदला को अपनी शरण स्थल बनाकर आधार कार्ड, पासपोर्ट तक बना रहे हैं। ऐसी स्थिति में थांदला नगर की फिजा बिगड़ रही है। इस आशय का एक ज्ञापन शनिवार को हिंदू जागरण मंच प्रखंड थांदला के पदाधिकारी द्वारा एसडीओपी को दिया गया।

उल्लेखनीय है कि उज्जैन जिले के नागदा का कुख्यात बदमाश सलमान लाला पुलिस से बचने के लिए दुबई शिफ्ट होने की तैयारी कर रहा था। इस तैयारी के चलते उसने बड़े ही शातिर तरीके से स्वयं को कथित रूप से थांदला के वार्ड नंबर 13 का निवासी बताकर आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बनवा लिया था। सूत्रों की माने तो वह कुछ ही दिन में देश से फरार होने की तैयारी में था।
उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि नागदा के राजीव कॉलोनी में रहने वाला सलमान पिता शेरू लाल आदतन अपराधी है। मध्यप्रदेश और राजस्थान के कई थानों में उसके खिलाफ संगीन अपराध दर्ज हैं। यही नहीं लाल पर 60 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और नागदा मंडी थाना पुलिस की टीम लगातार उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी।
30 जनवरी को पुलिस ने उसे एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया। यह ड्रग्स लगभग 25 लाख रुपए की कीमत की बताई जा रही है।
बड़ा सवाल यह है कि नागदा का कुख्यात बदमाश थांदला के वार्ड नंबर 13 का स्वयं को निवासी बताकर आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बना लेता है। उसने थांदला निवासी के रूप में पत्नी रुखसाना और बच्चों के भी पासपोर्ट बना लिए थे। दुबई में 3 करोड रुपए का फ्लैट भी खरीद लिया था। लेकिन सवाल यह है कि सलमान ने स्वयं को नागदा का निवासी होने के बावजूद अपने आप को थांदला का निवासी कैसे बताया। थांदला के जिम्मेदार कार्यालय से कैसे उसका नाम मतदाता लिस्ट तक जुड़ गया। वहीं कैसे पासपोर्ट तैयार हो गया।

बताते हैं कि पासपोर्ट तैयार करने में पुलिस वेरिफिकेशन भी एक प्रक्रिया है। लेकिन स्थानीय पुलिस ने इस प्रक्रिया में कितनी सतर्कता दिखाई है इसकी पोल, सलमान लाला के गिरफ्तार होते ही खुल गई। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि थांदला में सलमान लाला के जरूरी कागजात बनाने में स्थानीय दबंगों की भी भूमिका रही होगी।
वहीं सलमान लाला के पूरे प्रकरण से एक बात यह भी सिद्ध हो गई की यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो अमन और शांति का प्रतीक थांदला की फिजा बिगड़ने में देर नहीं लगेगी।


