सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। अखिल विश्व के रचियता, निर्माण और सृजन के देवता भगवान श्री विश्वकर्मा जी की जयंती थांदला में पंचाल समाज ने धूमधाम से मनाई। शुक्रवार सुबह से समाजजन अष्ट हनुमान बावड़ी मंदिर स्थित परिसर में भगवान विश्वकर्मा के पूजन हेतु एकत्रित हुए। विशेष साज-सज्जा कर मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया। जहां पर भगवान की पूजा का लाभ देवेन्द्र पंचाल ने सपत्निक लिया। जिसके बाद रथ में सवार होकर भगवान विश्वकर्मा नगर भ्रमण पर निकले।
शोभायात्रा की शुरूआत बावड़ी मंदिर से हुई। जिसमें भगवान के रथ में बैठने व चंवर ढुलाने का लाभ वरदीचंद पुंजाजी पंचाल परिवार ने लिया। शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्ग से होती हुई पुन: बावड़ी मंदिर पर समाप्त हुई।
शोभायात्रा का पीपली चौराहे पर राजू धानक मित्रमंडल व अंबे माता मंदिर चौराहे पर नगर परिषद अध्यक्ष व पार्षदों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। शोभायात्रा में समाजजनों के साथ ही नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पण्दा, उपाध्यक्ष पकंज राठौड़, भाजपा के वरिष्ठ नेता श्यामा ताहेड़, पार्षद धापू बेन वसुनिया, कन्नू मोर्या, राजू धानक, ज्योति जितेन्द्र राठौर, भूमिका आशीष सोनी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

मंदिर में दोपहर 3 बजे से विश्वकर्मा जी की कथा के बाद महाआरती का आयोजन हुआ। आरती का लाभ मयूर संतोष पंचाल परिवार ने लिया। जिसके बाद समस्त समाजजनों का सामूहिक भोज का आयोजन किया गया।
पंचाल विकास मंच के जिलाध्यक्ष जगदीश पंचाल ने बताया कि 20 फरवरी 1984 से को बावड़ी मंदिर पर भगवान विश्वकर्मा की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। जिसके बाद से लगातार पंचाल समाज द्वारा प्रत्येक वर्ष प्राक्ट्य उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार सतत 39 वर्षें से सतत भगवान विश्वकर्मा के जन्मोत्सव पंचाल समाज द्वारा मनाया जा रहा है।
सभी कार्यक्रमों में समाज के वरिष्ठ जयंतीलाल पंचाल, मांगीलाल पंचाल, राजेन्द्र पंचाल, संजय पंचाल, अल्केश पंचाल, मुकेश पंचाल दिलीप पंचाल, आत्माराम शर्मा, प्रभुलाल सुतार सहित समाज के नवयुवक संदीप पंचाल, राहुल पंचाल, दुर्गेश पंचाल, योगेश पंचाल, मनोज पंचाल, सचिन पंचाल सहित बड़ी संख्या में समाज जन शामिल हुए।


