झाबुआ हिट डेस्क
थांदला। देश में पहली बार हिंदी में मेडिकल के पाठ्यक्रम को शुरू किया जा रहा है। जिसकी शुरुआत मध्य प्रदेश के शासकीय मेडिकल कॉलेज से की गई है। पाठ्यक्रम का शुभारंभ रविवार को भोपाल में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किया जाएगा। मातृभाषा हिंदी में पाठ्यक्रम की शुरुआत करने पर पूरे प्रदेश में शनिवार की देर शाम विभिन्न आयोजन किए गए। उल्लेखनीय है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यह निर्णय लिया गया था।
इसी परिपेक्ष में शनिवार को विद्यालयों, महाविद्यालयों, छात्रावासों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रदेश के सभी जिलों में हिंदी विमर्श कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन किया जाकर छात्रों को 16 अक्टूबर को होने वाले आयोजन की जानकारी दी गई। शाम को 6:30 बजे संबंधित संथाओं ने सामूहिक रूप से हिंदी के प्रकाश के नाम पर दीप प्रज्वलन किया गया।
बता दे कि विश्व के कई देशों यूक्रेन, रूस, चीन, पाकिस्तान, जापान और फिलीपींस जैसे देशों की तरह अब भारत में भी मेडिकल की पढ़ाई अपनी देश की मातृभाषा हिंदी में होगी। हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने के इस पूरे प्रोजेक्ट को मंदार नाम दिया गया है। इस प्रोजेक्ट में चिकित्सा महाविद्यालय के 97 डॉक्टर्स की टीम ने मेहनत करके एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की 5 किताबों का हिंदी में अनुवाद किया है। इसकी शुरुआत मध्य प्रदेश के सरकारी मेडिकल कालेजों से होने जा रही है।

इसी कड़ी में थांदला के कन्या उत्कृष्ट छात्रावास में शनिवार शाम को छात्राओं द्वारा रंगोली बना कर दीप प्रज्वलित किया गया। इस अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अधीक्षिका शमीम बानो खान के द्वारा बताया गया की संस्था की 48 छात्राओं द्वारा इस कार्यक्रम में सहभागिता की गई। हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई को लेकर छात्राएं बहुत उत्साहित है। 16 अक्टूबर रविवार को भोपाल में होने वाले कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा वर्चुअल रूप से सहभागिता की जाएगी।



