सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। भारत देश और योग का प्राचीन रिश्ता है। भारत देश द्वारा अन्य देशों को योग के प्रति जागरूक किया जा रहा है। लेकिन अभी भी हमारे ही देश में कुछ जगह ऐसी है जहां योग को लेकर जागरूकता की कमी है। ऐसी ही कमी हमें थांदला में देखने को मिली। जहां 21 जून शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह मुख्य और शासकीय कार्यक्रम थांदला की नवीन कृषि उपज मंडी में आयोजित किया गया। लेकिन इस कार्यक्रम में एक भी जनप्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुआ। कार्यक्रम की गरिमा शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने बचाई।
आपको बता दे कि देशभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कई जनप्रतिनिधि इनमें मुख्य रूप से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में योग करते दिखाई दिए। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव भोपाल में पवन मुक्तआसन करते हुए देखे गए। मंत्री विजय शाह खंडवा में स्कंध चक्रासन करते हुए देखे गए। इसके अलावा स्कूली शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह,केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई दिग्गज नेता अलग-अलग मंच पर योगासन करते हुए देखा गया। लेकिन थांदला में जनप्रतिनिधियों की उदासीनता चर्चा का विषय बनी हुई है। आपको बता दे की जनप्रतिनिधियों की यह उदासीनता सिर्फ योग दिवस पर ही नहीं। कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भी देखी जा रही है। इसे लेकर आम नागरिकों में अब अपने ही द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली को लेकर चौराहों पर हो रही चर्चाओं में अब उनका ग्राफ गिरता हुआ दिखाई दे रहा है।



