सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। महाशिवरात्रि पर्व के दिन जहां श्रद्धालु भगवान शिव भक्ति में मग्न थे। वहीं भगवान का दूसरा रूप माने जाने वाले चिकित्सक भी शिव के प्रति अपनी भक्ति, अपने कर्मों से प्रकट कर रहे थे। माना जाता है कि शिव और प्रकृति समानांतर है। प्रकृति की सेवा ही शिव की सेवा है। ऐसी ही एक सेवा का उदाहरण महाशिवरात्रि पर्व को देखने को मिला। जहां पशु चिकित्सक ने प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक आवारा गाय का सकुशल प्रसव करवाया।
जानकारी के अनुसार वार्ड क्रमांक 5 के निवासी और समाजसेवी किशोर आचार्य ने प्रसव पीड़ा से झुझते हुए एक गाय को देखा। जिसकी सूचना उन्होंने पशु चिकित्सक को दी। पशु चिकित्सक डॉक्टर महेश खराड़ी के नेतृत्व में वैक्सीनेटर पीएस खरे अवकाश के दिन भी मौके पर पहुंचे और सुरक्षित प्रसव करवाया।
जानकारी के अनुसार गाय के पेट में बछड़ा पलट गया था। जिसे 2:30 मिनट की मशक्कत के बाद निकल गया। इस दौरान वैक्सीनेटर पीएस खरे की मदद स्थानीय नागरिकों ने भी की। बता दे की वैक्सीनेटर पीएस खरे पशु प्रेम और पशु सेवा के लिए अंचल में लोकप्रिय है। निस्वार्थ सेवा के लिए खरे को थांदला के दशहरे मैदान में राष्ट्रीय कार्यक्रम में सम्मानित भी किया जा चुका है।
देखिए वीडियो
झाबुआ हिट के दर्शकों के लिए हमारी टीम द्वारा वीडियो भी उपलब्ध करवाया गया है। हालांकि इस वीडियो को दिखाने का उद्देश्य किसी भी प्रकार से किसी भी व्यक्ति की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं है। वीडियो दिखाने का उद्देश्य मात्र इतना ही है कि आम दर्शक भी समझ सके की पशु के प्रसव के दौरान वह कितनी वेदना से गुजरता है। और पशु चिकित्सको और सहायकों को कितनी परेशानी होती है। साथ ही ऐसे मवेशी पालकों से अपील भी है जो अपने मवेशियों को आवारा रूप से सड़कों पर छोड़ रहे हैं।


