सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। परंपरानुसार देवउठनी ग्यारस के बाद नगर के विभिन्न मंदिरों में छप्पन भोग के कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। रविवार को नगर के अति प्राचीन गणेश मंदिर में छप्पन भोग का आयोजन किया गया।
जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी कांतिलाल पाठक और जितेंद्र पाठक ने बताया कि नगर के मध्य स्थित उक्त मंदिर नागरिकों का आस्था का विशेष केंद्र है। तेरस तिथि पर श्रद्धालुओं द्वारा अपने-अपने घरों से 56 भोग, व्यंजन आदि बनाकर लाए गए। भगवान गणेश की प्रतिमा को भोग लगाया गया। आकर्षक श्रंगार किया गया। उल्लेखनीय है कि ग्यारस तिथि पर उक्त मंदिर में तुलसी विवाह का भी आयोजन किया गया था। रविवार के दिन छप्पन भोग कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने सहभागिता की। देर शाम हुए इस आयोजन में महिलाओं ने भजन कीर्तन भी किए। महाआरती का आयोजन भी किया गया।
पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर किया गया आयोजन
इसके अलावा नगर की फखरी कालोनी पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर छप्पन भोग व महाआरती का आयोजन किया गया।
पुजारी महेश गिरी (बाबा) व पंडित विकासजी शर्मा ने बताया कि कॉलोनी की महिला मंडल द्वारा उक्त आयोजन में सक्रियता से भागीदारी की गई। छप्पन भोग के पहले शिवलिंग का आकर्षक श्रृंगार भी किया गया।


