सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर गुरुवार को नगर परिषद के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने जिन मार्गों पर हाथों में झाड़ू लेकर स्वच्छता अभियान चलाया था। उन्हीं मार्गो पर वर्षों से अतिक्रमण पैर पसार रहा है। बेतरतीब पार्किंग और चारों तरफ फैले अतिक्रमण से आम नागरिक परेशान हो चुके हैं। उक्त मार्ग के अतिक्रमणकारियों के ‘बाहुबल‘ के आगे अब तक कि सभी परिषदें लगभग ‘नतमस्तक‘ ही दिखी थी। उक्त मार्ग पर अतिक्रमण हटाओ मुहिम चली, प्रशिक्षु रूप में आई आईएस अधिकारी और तत्कालीन एसडीएम निधि निवेदिता ने मार्ग की उपयोगिता समझते हुए इस मार्ग को ‘रेड ज़ोन’ तक में भी बदल दिया था। लेकिन उनकी अन्यंत्र स्थान पर पदस्थापना होते ही यह ‘रेड ज़ोन’ फिर से ‘अतिक्रमण ज़ोन’ में बदल गया। अब नागरिकों को फिर से उम्मीद है कि जिस उत्साह और मुस्तेदी से जनप्रतिनिधियों ने यहां सफाई अभियान किया। उसी मुस्तेदी से वे ‘नासूर’ बन चुकी अतिक्रमण की इस समस्या से आम नागरिकों को निजात दिलाएगे।

अतिक्रमण के आगे कई जगह सफाई करने से चुके जनप्रतिनिधि
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर नगर परिषद के पदाधिकारियों द्वारा नगर के पीपली चौराहे, आजाद चौक और जवाहर मार्ग तक स्वच्छता अभियान चलाया था। मार्ग पर झाड़ू लगवाते हुए जनप्रतिनिधियों ने नागरिकों से सफाई के प्रति जागरूक रहने की बात कही। यह बात अलग है कि अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा सड़क पर रखे सामान के कारण कई जगह सफाई करने से रह गई। उम्मीद है आने वाले समय मे यहां सफाई अभियान और अच्छे से चलेगा।
दोनों ही मार्गो पर रहता है भारी दबाव
यह दोनों ही मार्ग नगर के हृदय स्थल भी माने जाते हैं। इन मार्गो पर नगर का मुख्य व्यवसाय भी संचालित होता है। ऐसे में प्रतिदिन हजारों की संख्या में आने वाले ग्रामीण, वाहनों का दबाव होना भी स्वाभाविक है। ऐसे में उक्त मार्ग पर व्यापारी अपने सामानों को दुकानों से 12 से 15 फिट तक बाहर सड़क पर ‘प्रदर्शनी’ में रख देते हैं।
कई बड़े व्यापारी लोडिंग वाहनों से घंटों तक मुख्य मार्गों को अवरुद्ध करते हुए सामानों का लोडिंग -अनलोडिंग कर रहे है। ऐसे में पल-पल जाम की स्थिति बन रही है। यही नहीं कई व्यापारियों ने सड़क के बीचो बीच अपने सामान रख दिए हैं।
इन सामानों में घरों के विभिन्न प्रकार के सामान जैसे पलंग, अलमारी, पेटी, ठेलागाड़ी, सिलाई मशीन, वाशिंग मशीन, कृषि संबंधी पाइप और विभिन्न प्रकार के अटाला (भंगार) सामान भी शामिल है।

नागरिकों का कहना है कि नगर परिषद के पदाधिकारियों को मुख्य मार्ग पर फैले अतिक्रमण को सख्ती से हटाना चाहिए। वही प्रशासन को उक्त मार्गों पर हो रही बेतरतीब पार्किंग का भी स्थाई समाधान ढूंढना चाहिए।
सीएम हेल्प लाइन पर की शिकायत
मार्ग पर बढ़ रहे अतिक्रमण और होने वाली दुर्घटनाओं के चलते नगर के कपड़ा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नितिन नागर ने सीएम हेल्पलाइन में चिन्हित जगहों पर होने वाले अतिक्रमण की शिकायतें भी की है। नागर ने ‘झाबुआ हिट’ से चर्चा करते हुए बताया की अतिक्रमण बेतरतीब बढ़ गया है। जनप्रतिनिधियों को इसे प्राथमिकता से लेना चाहिए। जबकि शपथ समारोह के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए जनप्रतिनिधियों ने दशहरे मैदान के लिए विकासकार्यो की जो प्राथमिकताएं बताई है। वह इन समस्याओं के आगे ‘गौण’ प्रतीत हो रही है। जनप्रतिनिधियों को पहले मूल समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
पहले समझाइश, फिर नोटिस और फिर होगी कड़ी कारवाई
इस संबंध में नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी पणदा का कहना है कि उक्त क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों को पहले समझाइश दी जाएगी, फिर नोटिस दिए जाएंगे। नहीं मानने पर सख्ती के साथ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


